हिंदी व्याकरण कक्षा 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12

 

हिंदी व्याकरण कक्षा 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12

Hindi Grammar : जब बच्चा पांचवी से आठवीं कक्षा में आता है तो उसे “हिंदी व्याकरण” जिसे अंग्रेजी भाषा में Hindi Grammar कहा जाता है वह सीखने का सफर यहां से शुरू हो जाता है। Hindi Vyakaran हिंदी भाषा के शुद्ध रूप को बोलने और लिखने वाले कुछ नियम है यदि आप Hindi Vyakaran के नियमों को सीख लेते हैं तो आप किसी भी सेंटेंस को लिख सकते हैं या बोल सकते हैं। 

आज हमने यह पेज जो है “Hindi Grammar – संपूर्ण हिंदी व्याकरण” जिसमें आपको Hindi Vyakaran से जुड़े हुए सभी टॉपिक्स के बारे में पढ़ने को मिलेगा। 

Hindi Grammar – हिंदी व्याकरण कक्षा 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12

जैसे English Grammar में Tenses होते हैं उसी तरह Hindi Grammar में सर्वनाम, काल, संज्ञा, स्वर व्यंजन आदि होते हैं जो हिंदी भाषा को शुद्ध रूप से लिखने और बोलने वाले नियमों को सिखाती है। 



अध्याय

हिंदी वर्णमाला

हिंदी भाषा

स्वर

व्यंजन

विराम चिन्ह

वर्ण

वाक्य

उपसर्ग

प्रत्यय

विलोम शब्द

अनेकार्थी शब्द

एकार्थक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

उपवाक्य

वाक्य-शुद्धि

शब्द और पद

उच्चारण और वर्तनी

वाक्य परिवर्तन

वाक्य विश्लेषण

युग्म शब्द

लोकोक्तियां

पल्लवन

तत्सम एवं तद्भव

देशज एवं विदेशी शब्द

देशी शब्द

विदेशी शब्द

संकर शब्द

संज्ञा

व्यक्तिवाचक संज्ञा

जातिवाचक संज्ञा

भाववाचक संज्ञा

द्रव्यवाचक संज्ञा

समूहवाचक संज्ञा

सर्वनाम

पुरुषवाचक सर्वनाम

निश्चयवाचक सर्वनाम

अनिश्चयवाचक सर्वनाम

सम्बन्धवाचक सर्वनाम

प्रश्नवाचक सर्वनाम

निजवाचक सर्वनाम

सकर्मक क्रिया

अकर्मक क्रिया

सहायक क्रिया

पूर्वकालिक क्रिया

द्विकर्मक क्रिया

सामान्य क्रिया

संयुक्त क्रिया

नामधातु क्रिया

प्रेरणार्थक क्रिया

विशेषण

गुणवाचक विशेषण

संख्यावाचक विशेषण

परिमाणवाचक विशेषण

सार्वनामिक विशेषण

व्यक्तिवाचक विशेषण

काल

वर्तमान काल

भूतकाल

भविष्य काल

अव्यय

क्रिया विशेषण अव्यय

संबंधबोधक अव्यय

समुच्चयबोधक अव्यय

विस्मयादिबोधक अव्यय

लिंग

संधि 

स्वर संधि

दीर्ध स्वर सन्धि

गुण स्वर सन्धि

यण स्वर सन्धि

वृद्धि स्वर सन्धि

अयादि स्वर सन्धि

व्यंजन सन्धि

विसर्ग सन्धि

समास

अव्ययी भाव समास

तत्पुरुष समास

कर्मधारय समास

द्विगु समास

द्वंद्व समास

बहुब्रीहि समास

कारक

कर्म कारक

करण कारक

सम्प्रदान कारक

अपादान कारक

सम्बन्ध कारक

अधिकरण कारक

संबोधन कारक

वचन

एकवचन

बहुवचन

काव्य शास्त्र

दृश्य काव्य

श्रव्य काव्य

पद्य काव्य

गद्य काव्य

चम्पू काव्य

कर्तृवाच्य

कर्मवाच्य

रस

श्रृंगार रस

हास्य रस

करुण रस

वीर रस

अदभूत रस

भयानक रस

रौद्र रस

वीभत्स रस

शांत रस

वात्सल्य रस

भक्ति रस

छन्द

वार्णिक छन्द

मात्रिक छन्द

मुक्तक छन्द

वर्णिक वृत छंद

रोला छंद

गीतिका छंद

हरिगीतिका छंद

उल्लाला छंद

चौपाई छंद

बरवै (विषम) छंद

छप्पय छंद

कुंडलियाँ छंद

अलंकार

शब्दालंकार

अनुप्रास अलंकार

यमक अलंकार

पुनरुक्ति अलंकार

विप्सा अलंकार

वक्रोक्ति अलंकार

श्लेष अलंकार

अर्थालंकार

रूपक अलंकार

उत्प्रेक्षा अलंकार

द्रष्टान्त अलंकार

संदेह अलंकार

अतिश्योक्ति अलंकार

प्रतीप अलंकार

अनन्वय अलंकार

भ्रांतिमान अलंकार

दीपक अलंकार

अपहृति अलंकार

व्यतिरेक अलंकार

विभावना अलंकार

अर्थान्तरन्यास अलंकार

उल्लेख अलंकार

विरोधाभाष अलंकार

असंगति अलंकार

मानवीकरण अलंकार

अन्योक्ति अलंकार

काव्यलिंग अलंकार

स्वभावोती अलंकार

उभयालंकार

लिपि


Conclusion : Hindi Grammar एक ऐसा शास्त्र है जो हिंदी भाषा के शुद्ध रूप को लिखने और बोलने वाले नियमों का बोध करवाता है व्याकरण का अर्थ होता है “विश्लेषण” हिंदी व्याकरण हिंदी भाषा का एक महत्वपूर्ण अंग माना गया है। 

Q1. हिंदी व्याकरण की परिभाषा क्या है ?

Ans : Hindi Vyakaran हिंदी भाषा को शुद्ध रूप से बोले और लिखने में वाले नियमों को बताते हैं। 

Q2. हिंदी व्याकरण के तीन खंड कौन से हैं ?

Ans : व्याकरण खंड, रचना खंड, साहित्य खंड

Q3. हिंदी ग्रामर में क्या क्या आता है ?

Ans : वचन, लिंग, कारक, उपसर्ग, प्रत्यय, संज्ञा, सर्वनाम स्वर आदि।


Comments

Education Free said…
यह एक अच्छा विकल्प रखा आपने जो सबको अच्छा उदाहरण साबित होगा सबके लिए
Education Free said…
सबको लेना होता है हिंदी व्याकरण ज्ञान

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